दिल्ली:- संसद का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। कांग्रेस समेत समूचा विपक्ष इस सत्र में सरकार पर हावी होने के लिए पूरी रणनीति के साथ तैयार है। विपक्ष किसान, कश्मीर, चीन, गोरक्षक और जीएसटी समेत कई मुद्दों पर सरकार को घेर सकता हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद सत्र की शुरुआत से पहले कहा कि आज मानसून सत्र का आरम्भ हो रहा है। गर्मी के बाद, पहली वर्षा एक नई सुगंध मिट्टी में भर देती है, वैसे यह मानसून सत्र जीएसटी की सफल वर्षा के कारण, पूरा सत्र नई सुगंध और नई उमंग से भरा हुआ होगा। जब देश के सभी राजनीतिक दल, सभी सरकार सिर्फ और सिर्फ राष्ट्रहित के तराजू पर तोल करके निर्णय करती हैं, तो कितना महत्वपूर्ण राष्ट्रहित का काम होता है, वो जीएसटी में सफल और सिद्ध हो चुका है। ‘Growing Stronger Together’यह जीएसटी की स्पिरिट का दूसरा नाम है।
मानसून सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोरक्षा के नाम पर गुंडागर्दी को लेकर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि गोरक्षा के नाम पर असामाजिक लोग हिंसा कर रहे हैं और राज्य सरकारों को इनके ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई करना चाहिए। सभी पार्टियों के नेताओं के साथ बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में गोमाता की रक्षा होनी चाहिए और उसके लिए कानून है, लेकिन जो लोग इसका नाज़ायज़ फायदा उठा रहे हैं, उस पर सभी राज्यों को कार्रवाई करनी चाहिए।
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति चुनाव पर बोलते हुए सभी दलों को धन्यवाद दिया और कहा कि इस मुद्दे पर आम सहमति रहती तो अच्छा रहता। अब तक आपस में कटुता का कोई भाव नहीं आया, इसके लिए सभी लोग बधाई के पात्र हैं।
विपक्षी पार्टियां इसमें कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने के लिए तैयार हैं। इसको देखते हुए सत्र के काफी हंगामेदार होने के आसार हैं। लेकिन लोकसभा की कार्यवाही सही ढंग से चलाने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ने एक सर्वदलीय बैठक की। पर कांग्रेस ने कुछ मुद्दों पर सरकार को घेरने का संकेत दिये हैं। पार्टी नेता गुलाम नबी आजाद ने चीन, कश्मीर, किसानों की हालत, गौरक्षकों की ओर से की जा रही हिंसा जैसे कई मुद्दों को लोकसभा में उठाने की बात कही है।
Tags